सुबाथू में फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोन धोखाधड़ी का मामला, दो गिरफ्तार
सुबाथू: हिमाचल प्रदेश के सुबाथू में एक पेट्रोल पंप मालिक के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोन लेने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने कोऑपरेटिव सोसायटी के चेयरमैन सुशील कुमार गर्ग और मैनेजर अमर लाल कश्यप को गिरफ्तार किया है। पेट्रोल पंप के मालिक परस राम ने अपने दोस्त सुशील कुमार गर्ग समेत दो लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने परस राम के नाम पर बैंक से लोन लेने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। इसके बाद आरोपियों ने बैंक से बड़ी रकम का लोन लिया, जो कि पेट्रोल पंप मालिक को बिना बताए और उसकी अनुमति के किया गया। जब परस राम को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस जांच में सामने आए खुलासे
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू करते हुए सुशील कुमार गर्ग और अमर लाल कश्यप को गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपियों ने जानबूझकर दस्तावेजों में हेरफेर किया और बैंक को गुमराह किया, जिससे उन्हें लोन मिल सका। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में आगे की जांच जारी है और इस धोखाधड़ी में शामिल अन्य लोगों का भी पता लगाया जाएगा।
पेट्रोल पंप मालिक का बयान
पेट्रोल पंप के मालिक परस राम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने कभी भी इन दोनों लोगों को अपने नाम पर लोन लेने की अनुमति नहीं दी। यह मेरे लिए एक बड़ा धोखा था और मैं इस मामले को लेकर पूरी तरह से पुलिस के साथ हूं। मुझे उम्मीद है कि न्याय मिलेगा और दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।”
पुलिस की चेतावनी
पुलिस ने इस मामले के संदर्भ में लोगों को चेतावनी दी है कि इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए हर व्यक्ति को अपने दस्तावेजों और बैंक लेन-देन पर ध्यान देना चाहिए। पुलिस ने कहा कि वे इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करेंगे।
निष्कर्ष:
यह मामला एक बार फिर से यह साबित करता है कि फर्जी दस्तावेज और धोखाधड़ी के मामलों में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मामले की पूरी तहकीकात के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि इस धोखाधड़ी में और कौन लोग शामिल थे।