महाकुंभ मेले में भगदड़, 30 लोगों की मौत, 60 घायल
प्रयागराज: महाकुंभ मेला क्षेत्र में मंगलवार की रात एक बड़ी भगदड़ मच गई, जिससे 30 लोगों की जान चली गई और 60 अन्य लोग घायल हो गए। प्रशासन ने इस घटना के आधिकारिक आंकड़े जारी किए हैं, जिसमें बताया गया है कि बैरिकेड्स टूटने के कारण भगदड़ की स्थिति बनी।
महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैरिकेड्स के टूटने के बाद श्रद्धालु अचानक अपनी जगह से हड़बड़ी में भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। इस घटना में कई लोग कुचले गए और उनकी मौत हो गई।
पुलिस और प्रशासन ने घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है। प्रशासन ने कड़े कदम उठाने की बात की है और इस दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा, “हमारी प्राथमिकता घायलों को इलाज दिलाना और मृतकों के परिवारों को मदद पहुंचाना है। इसके अलावा, ऐसे हादसों से बचने के लिए हम मेला क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा करेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे।”
महाकुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
प्रयागराज: महाकुंभ मेला देश के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है, जिसमें लाखों श्रद्धालु हर साल शामिल होते हैं। ऐसे में इस भगदड़ ने मेला प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि मेला प्रशासन को भारी संख्या में श्रद्धालुओं को संभालने के लिए पर्याप्त बैरिकेडिंग और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए था। इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की सख्ती और उपायों की आवश्यकता को उजागर किया है।
श्रद्धालुओं और परिवारों के प्रति गहरी संवेदना
इस भयानक हादसे के बाद राज्य सरकार और मेला प्रशासन ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा की है और घायलों के उपचार का खर्च भी राज्य सरकार द्वारा उठाने की बात की है।