उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में बालूगंज के समीप हुए भूस्खलन को लेकर आपातकालीन बैठक आयोजित की गई।

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि उक्त स्थान पर भारी भूस्खलन होने से अभी तक कोई भारी नुकसान नहीं हुआ है परन्तु आसपास के क्षेत्र में खतरा बना हुआ है जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती है तब तक यातायात की वैकल्पिक व्यवस्था पहले की तरह ही रहेगी। उन्होंने बताया कि भूस्खलन प्रभावित मार्गों को चरणबद्ध तरीके से क्रियाशील किया जायेगा ताकि फिर से किसी प्रकार का कोई नुकसान न हो। 
उन्होंने कहा कि इस भूस्खलन से बालूगंज से चौड़ा मैदान तथा बालूगंज से क्राॅसिंग तक दो मुख्य सड़कें पूरी तरह से बाधित हो गई है और इन मार्गों पर सुरक्षा के दृष्टिगत यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यह सड़के बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इन सड़कों से शहर और जिला की अधिकतर आवाजाही होती है। उन्होंने शहर वासियों से अपील की है कि सड़क बहाल होने तक वैकल्पिक यातायात व्यवस्था में पूरी तरह सहयोग करें। इसके अलावा कार्यालय, स्कूल आने-जाने वाले तथा अन्य लोग अपने गंतव्य तक एडवांस में निकलना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने बताया कि यदि इस भूस्खलन को बिना किसी योजना से एकदम से साफ किया जाता है तो और भूस्खलन होने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इसकी कार्य नीति के लिए विशेष एजेंसियों के अधिकारियों को बुलाया गया है, जो मौके पर जाकर बताएंगे कि किस तरह से इन सड़कों को सही ढंग से पुनः स्थापित किया जाए।  
उन्होंने बताया कि इसमें बिजली के खम्बे, संचार कंपनियों के फायबर केबल, तथा पानी की पाइप लाईन भी बिछी हुई थी, जिसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों ने आज सुबह स्वयं इस स्थान का आकलन कर वैकल्पिक योजना से अपना काम शुरू कर दिया है ताकि किसी प्रकार की रुकावट न आए।

उपायुक्त ने कहा कि शिमला में अन्य स्थानों पर हो रही भूस्खलन की घटनाओं को लेकर जिला प्रशासन सजग है और ऐसी सभी घटनाओं को रणनीति बनाकर निपटा जायेगा। उन्होंने ऐसे मामलों में विशेषज्ञ लोगों की मदद ली जाएगी और जो सही होगा वही किया जायेगा ताकि और कोई नुकसान होने से रोका जा सके। 

पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिगत इन मार्गों पर आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दी गई है और वैकल्पिक मार्गों पर यातायात सुचारु चलाये रखने के पूर्ण इंतेज़ाम किये गए हैं। 

बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व भूवैज्ञानिक ने भी अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर महापौर सुरेन्द्र चौहान, आयुक्त नगर निगम शिमला भूपेन्द्र अत्री, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकाॅल) ज्योति राणा, उपमंडल दण्डाधिकारी शिमला शहरी भानु गुप्ता, सचिव भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला एमसी नेगी, कमांडेट तृतीय वाहिनी कुलदीप कपिल, दीपक प्रोजेक्ट से अधिशासी अभियंता सुशील नामदेओ, भूवैज्ञानिक गौरव शर्मा के अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग, पुलिस, विद्युत, वन, नगर निगम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।