मंडी, शहर के जेलरोड़ स्थित मस्जिद के अवैध निर्माण का मामला अभी शांत होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ने के आदेशों के बीच अब मंडी शहर के लोगों ने यह दावा किया है कि जिस स्थान पर मस्जिद बनी है वहां कभी शिवालय हुआ करता था। इसलिए इस स्थान पर पुरातत्व विभाग की टीम से खुदाई करवाई जाए। ऐसा करने से यहां शिवालय के अवशेष मिल जाएंगे और उसके बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। आज मंडी शहर के लोगों ने अपनी इसी मांग को लेकर डीसी मंडी अपूर्व देवगन से मुलाकात की और उन्हें एक मांगपत्र भी सौंपा। मंडी शहर निवासी गगन प्रदीप बहल ने बताया कि जिस स्थान पर गुंबदनुमा मस्जिद के पुराने ढांचे की बात कही जा रही है, वह मस्जिद का ढांचा नहीं बल्कि शिवालय था। गगन प्रदीप के अनुसार मंडी शहर के कई उम्रदराज बुजुर्ग भी इस बात पर अपनी मुहर लगा रहे हैं। अंग्रेजी शासन काल के दौरान कश्मीरी खान यहां ठहरा करते थे। 
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बाद में इस स्थान पर सहारनपुर से आए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपना कब्जा कर लिया। यह स्थान हिंदू देव स्थल है और आज भी इस मस्जिद के नीचे शिवालय मौजूद है। उन्होंने जिला प्रशासन से इस स्थान पर सड़क का चौड़ीकरण करने से पहले पुरातत्व विभाग से इसका निरीक्षण व खुदाई करवाने की मांग उठाई है।

     बता दें कि बीती 10 सितंबर को सबसे पहले मंडी शहर के जेल रोड़ स्थित मस्जिद को अवैध बताते हुए बहुत से हिंदू संगठनों ने इसे तोड़ने की मांग उठाई और जल्द ही ऐसा न करने की स्थिति में 13 सितंबर को उग्र प्रदर्शन करते हुए खुद मस्जिद तोड़ने की चेतावनी दे डाली। जिसके बाद 12 सितंबर को मस्जिद कमेटी के लोगों ने भाईचारे का संदेश देते हुए लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनाए गए मस्जिद की एक दीवार को गिराने का काम शुरू कर दिया। 

हिंदू संगठनों के लोग इससे शांत नहीं हुए और 13 सितंबर को अवैध रूप से बनी मस्जिद को पूरी तरह से गिराने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे थे। इसी दिन नगर निगम के आयुक्त ने इस मस्जिद के पूरे निर्माण को अवैध करार देते हुए इसे 30 दिनों के भीतर गिराने के आदेश जारी किए थे। हालांकि अभी इस पर आगामी कोई कार्रवाई नहीं हुई है लेकिन उससे ठीक पहले अब स्थानीय लोग इस मस्जिद के स्थान पर शिवालय होने का दावा यहां खुदाई करने की मांग उठाने लग गए हैं।