राज्य स्तरीय स्वच्छता अभियान के तहत “स्वच्छता ही सेवा 2024” की थीम “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” का शुभारंभ नालदेहरा में हिम हिरा हाट में आयोजित विशेष कार्यक्रम से हुआ। इस मौके पर सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग राजेश शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में सभी सदस्यों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई।
मुख्य अतिथि ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत भी पौधा रोपण किया।
मुख्य अतिथि ने कहा कि राज्य भर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। हम सभी को अपने व्यवहार में स्वच्छता को शामिल करना चाहिए, तभी स्वच्छता के लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा अभियान के तीन स्तंभ बनाए गए है। पहला स्तंभ स्वच्छता में भागीदारी है जिसमे छात्रों और युवाओं की भागीदारी के साथ स्वच्छता पर केन्द्रित गीत, नृत्य, प्रश्नोत्तरी, काव्य पाठ और नुक्कड़ नाटक विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे। राज्य भर के विभिन्न स्थानों पर नागरिकों और विशेषज्ञों की उपस्थिति में अपशिष्ट प्रबंधन, संपूर्ण स्वच्छता और वेस्ट टू आर्ट पर केंद्रित रहेगा। अभियान के दौरान स्वच्छता पर केंद्रित नारा लेखन के कार्यक्रम भी होंगे।
उन्होंने इस कार्यक्रम में स्वच्छता दल, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं और प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान में स्वयं सहायता समूहों की बहुत बड़ी भूमिका हैं।
राजेश शर्मा ने प्रदेश के लोगों और यहां आने वाले पर्यटकों से अपील की है कि चलते वाहनों से कूड़ा खुले में न फैंके। हमेशा कूड़ेदान में ही कूड़ा फैंकने में अपनी भूमिका निभाए।
उन्होंने कहा इस क्षेत्र में कूड़े के निष्पादन को लेकर जो मांग स्थानीय लोगों ने रखी है उसके निराकरण के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत कई स्वयं सहायता समूहों को रोजगार मुहैया हो रहा हैं। यह ग्रामीण क्षेत्र की आर्थिकी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण है।
अतिरिक्त उपायुक्त शिमला अभिषेक वर्मा ने भी पौधा रोपण में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिला भर में स्वच्छता अभियान के तहत अनेकों कार्यक्रम किए जाएंगे और 2 अक्टूबर तक यह कार्यक्रम चलेंगे। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को इस अभियान के साथ जोड़ने का संकल्प रखा गया है।
परियोजना अधिकारी, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, कीर्ति चंदेल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसमें कूड़ा निपटान और स्वच्छता के बारे में भी लोगों को बताया गया।
हिम ईरा हाट का संचालन मशोबरा ब्लॉक लेवल फेडरेशन द्वारा किया जा रहा है। यहां पर स्थानीय महिलाओं की ओर से बनाए गए उत्पादों को बिक्री के लिए रखा जाता है। मुख्य अतिथि ने हिम ईरा हाट का निरीक्षण किया और सदस्यों से हाट की कार्यप्रणाली को समझा। इस दौरान फेडरेशन के सदस्यों ने अपनी मांगे भी मुख्य अतिथि के समक्ष रखी।
इस दौरान अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण विकास रॉबिन जॉर्ज, खंड विकास अधिकारी अंकित कोटिया, नालदेहरा, बल्देयां, गुम्मा, कोहलू जुब्बड़ आदि पंचायतों के सदस्य और स्वयं सहायता समूहों के सदस्य भी मौजूद रहे।
हरी पत्तल पर परोसे गए सिडू
राज्य स्तरीय कार्यक्रम में इको फ्रेंडली गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में हरी पत्तल पर सिडू परोसे गए। यह पत्तल बसंतपुर खंड के स्वयं सहायता समूह की ओर से तैयार की गई है। डिस्पोजल ग्लास और प्लेट का इस्तेमाल इस कार्यक्रम में नहीं किया गया। इसी तरह दैनिक गतिविधियों में इको फ्रेंडली चीजों को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की अपील स्थानीय लोगों से की गई।
पॉली ब्रिक पर होगी प्रतियोगिता
जिला के सभी स्वयं सहायता समूहों को उक्त अभियान के तहत पॉली ब्रिक बनाने को लेकर प्रतियोगिता की लॉन्चिंग की गई। इस प्रतियोगिता के तहत स्वयं सहायता समूहों को प्लास्टिक वेस्ट को एकत्रित करके पॉली ब्रिक तैयार करनी होगी और जो समूह बेहतर कार्य करेगा उसे पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
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