हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर में सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था को सुधारने के लिए HRTC (हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन) की टैक्सियाँ शहर भर में चल रही हैं। इन टैक्सियों का प्रमुख उद्देश्य लोगों को आसान और सस्ता परिवहन उपलब्ध कराना है। हालांकि, शिमला के कुछ हिस्सों में इन टैक्सियों की व्यवस्था में खामी देखने को मिल रही है, खासकर संजौली चौक से आईजीएमसी रोड तक चलने वाली टैक्सियों की सेवा में।

संजौली से आईजीएमसी तक की टैक्सी सेवा में असुविधाएं

संजौली से IGMC (इंडिया गेट मेडिकल कॉलेज) और लक्कड़ बाजार तक सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक टैक्सियाँ चलती हैं, लेकिन इसमें एक बड़ी समस्या है कि इन टैक्सियों की कोई निश्चित टाइमिंग नहीं है। इस कारण, यात्रियों को इन टैक्सियों का घंटों इंतजार करना पड़ता है। विशेष रूप से सुबह के समय लोग टैक्सी का इंतजार करते हैं, लेकिन उन्हें लम्बे समय तक सड़क पर खड़ा रहना पड़ता है। इस इंतजार के कारण यात्रियों को बहुत असुविधा होती है और कई बार उन्हें पैदल सफर करना पड़ता है।

लोगों को हो रही परेशानी

टैक्सी की टाइमिंग की कमी के कारण यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर उस वक्त जब लोग कार्यस्थल, अस्पताल या अन्य जरूरी स्थानों के लिए यात्रा करते हैं, तब वे अधिक समय तक इंतजार नहीं कर सकते। नतीजतन, कई लोग इन टैक्सियों के इंतजार के बाद पैदल ही अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए मजबूर होते हैं। इस कारण न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है, बल्कि उनका शारीरिक रूप से भी तनाव बढ़ रहा है।

समाधान की आवश्यकता

इस स्थिति में सुधार के लिए HRTC प्रशासन को समयबद्ध टैक्सी सेवाएं चलाने की आवश्यकता है। यदि टैक्सियों की निश्चित टाइमिंग तय की जाए, तो यात्रियों को राहत मिलेगी और उनका यात्रा अनुभव बेहतर होगा। इसके अलावा, यह भी जरूरी है कि टैक्सी सेवा की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि यात्रियों को अधिक लम्बे समय तक इंतजार न करना पड़े।